हर योजना चढ़ जाती है जैसिंधर स्टेशन की भेंट मिलते जुलते नामो के कारण जैसिंधर गाँव की कई योजनाओ पर जैसिंधर स्टेशन का कब्जा
बाड़मेर ! सरहदी जैसिंधर स्टेशन पर पिछले सात आठ साल में काफी सारे विकास कार्य हुए है सरकारी धन से एक ढाणीनुमा गाँव को चमन बना दिया है 1000 लोगो की आबादी वाले इस गाँव में गली गली सीसी रोड रोड लाईट सरकारी अस्पताल सहित तमाम तरह की सुविधाएं उपलब्ध है जो की एक कस्बे तक में नहीं होती केंद्रीय विधालय को जहाँ बड़े बड़े शहर तरस रहे है वही जैसिंधर स्टेशन को ये सौगात बैठे बिठाए मिल गयी इस गाँव की विकास की काहनी के पीछे बडा किस्सा ये है की इसी गाँव से आठ किलोमीटर दूर एक दूसरा गाँव आया हुआ है उसका नाम जैसिंधर गाँव है मिलते जुलते नामो के कारण प्रशाशनिक अधिकारी कई बार धोखा खा गए और जयसिंधर गाँव की कई योजनाओ को पाले में डाल दिया इसके अलावा वर्तमान गढ़रा रोड प्रधान तेजाराम का राजनैतिंक प्रभाव एव सरकारी महकमों में जबरदस्त तिगड़म के चलते जैसिंधर गाँव की कई योजनाए एव विकास कार्य डकार गए
भवन बना दिए उपयोग नहीं
कहते है जहां पर जिस चीज की जरूरत नहीं होती वहाँ अगर वो चीज दे दी जाए तो वो व्यर्थ होता है कुछ ऐसा ही माजरा जैसिंधर स्टेशन पर देखा जा सकता है यहां के तिगड़म बाज ने जोड़ तोड़ और कमीशनबाजी से करोडो रूपये के सरकारी भवन तो बना दिए लेकिन एक हजार की मुश्किल आबादी वाले जैसिंधर स्टेशन पर दर्जन भर सरकारी भवनो का कोई उपयोग नहीं हो रहा है और ऐसे भवनो का उपयोग करे भी कौन जिनका कोई अचित्य नहीं है इसके अलावा कई सरकारी भवनो का निर्माणकार्य अधूरा पड़ा है वावजूद इसके सारा पैसा उठा लिया गया
केंद्रीय विधालय पर असमजस
एक साल पहले जैसिंधर स्टेशन में बने केंद्रीय विधालय का विवादों से ही नाता रहा है शुरुआत में सांसद कर्नल सोनाराम से तकरार के बाद इस विधालय के निर्माण पर रोक लगा दी गई थी बाद में जैसिंधर गाँव और स्टेशन के ग्रामीणो के कड़े प्रयासों के बाद पुन काम शुरू हो पाया वो विवाद तो थम गया लेकिन इस स्कूल से जुड़ा बड़ा विवाद ये है की ये स्कूल किस गाँव के लिए स्वीकृत हुई है क्युकी कागजो में इस विधालय की स्वीकृति जैसिंधर के लिए है केंद्रीय विधालय का निर्माण कार्य जोर शोर से चल रहा है लेकिन जैसिंधर गाँव के ग्रामीण इसके विरोध में अपने स्वर मुखर कर रहे है ग्रामीणो का कहना है की जैसिंधर स्टेशन की तुलना में गाँव की जनसख्या दुगुनी है भौगोलिक परिस्थतियों के हिसाब से जयसिंधर गाँव में केंद्रीय विधालय बनना चाहिए ग्रामीण जयसिंधर स्टेशन में केंद्रीय विधालय बनने पर न केवल हैरानी बल्कि विरोध भी कर रहे है
छात्रावास जैसिंधर गाँव में बनाने की मांग
कल मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने जयसिंधर में 4 करोड़ 44 लाख का छात्रावास बनाने की घोषणा की है ये छात्रावास भी जैसिंधर स्टेशन में बनना प्रस्तावित है जबकि जैसिंधर स्टेशन में पूर्व में बने समाज कल्याण विभाग के छात्रावास का कोई उपयोग नही हो रहा है सालो से ये भवन खण्डर अवस्था में पड़ा है ऐसे में जैसिंधर गाँव के ग्रामीण इस छात्रावास को जैसिंधर गाँव में जबरदस्त मांग कर रहे है ग्रामीणो के मुताबिक जैसिंधर स्टेशन पर इस छात्रावास से केवल सरकारी धन की एक बार फिर बर्बादी होगी लेकिन इसका उपयोग नहीं होगा
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